रतन टाटा के संरक्षण में 20 वर्षीय अर्जुन देशपांडे ने जापान के अग्रणी वेंचर कैपिटलिस्ट, बियोंड नेक्स्ट वेंचर्स से जुटाए फ़ंड - Shudh Entertainment

Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Classic Header

{fbt_classic_header}

Popular Posts

Breaking News

latest

रतन टाटा के संरक्षण में 20 वर्षीय अर्जुन देशपांडे ने जापान के अग्रणी वेंचर कैपिटलिस्ट, बियोंड नेक्स्ट वेंचर्स से जुटाए फ़ंड

फ़ार्मा स्टार्टअप जेनेरिक आधार के संस्थापक व सीईओ, बीस वर्षीय अर्जुन देशपांडे ने आज घोषणा करते हुए बताया कि उन्होंने बियोंड नेक्स्ट वेंचर्स स...

फ़ार्मा स्टार्टअप जेनेरिक आधार के संस्थापक व सीईओ, बीस वर्षीय अर्जुन देशपांडे ने आज घोषणा करते हुए बताया कि उन्होंने बियोंड नेक्स्ट वेंचर्स से एक बड़ी प्री-सीरीज़ की A फ़ंडिंग राशि जुटा ली है। बियोंड नेक्स्ट वेंचर्स गहन प्रौद्योगिकी व हेल्थकेयर स्पेस की एक अग्रणी जापानी वेंचर कैपिटल फ़र्म है।16 वर्ष की कम उम्र में अर्जुन द्वारा स्थापित जेनेरिक आधार ने विनिर्माताओं के साथ सीधे साझेदारी करके और अपने फ़्रैंचाईज़ी स्टोर्स के ज़रिए उपभोक्ताओं को किफ़ायती दामों पर अच्छी गुणवत्ता वाली दवाएँ उपलब्ध करा के फ़ार्मा उद्योग में नई क्रांति ला दी है। 

इसे जेनेरिक आधार के पहला संस्थागत निवेश कहा जा सकता है। इससे पहले श्री रतन टाटा ने एक एंजेल इन्वेस्टर के तौर पर एक अनामित राशि का निवेश किया था। नई पूंजी के इस्तेमाल से जेनेरिक आधार अपने फ़्रैंचाईज़ी स्टोर विस्तार के लक्ष्य को 1500 से बढ़ाकर 3000 तक करेगी, अपने डिजिटाइज़ेशन लक्ष्यों को पूरा करेगी और अपने द्वारा प्रदान किए जाने वाले मेडिकल उत्पादों की रेंज में विस्तार करेगी।   

इस नई प्रगति के बारे में बोलते हुए जेनेरिक आधार के संस्थापक व सीईओ, श्री अर्जुन देशपांडे ने कहा कि, “मेरा लक्ष्य जेनेरिक आधार का निर्माण एक ऐसे संगठन के तौर पर करना है जो हमारे देश के 130 करोड़ लोगों के लिए किफ़ायती दवाएँ उपलब्ध करा के भारतीय हेल्थकेयर सिस्टम में एक बड़ा बदलाव लाने पर केन्द्रित हो। चूंकि हम कोई अत्यधिक खपत करनेवाली संस्था नहीं, बल्कि लाभ कमानेवाले वेंचर हैं, इसलिए हमने यह फ़ंड जुटाने के निर्णय लिया और हमें वेंचर कैपिटल समुदाय से भी ज़बर्दस्त प्रतिक्रिया मिली है। मुझे खुशी है कि मिस्टर सुयोशी इतो और बियोंड नेक्स्ट वेंचर्स में उनकी टीम ने हममें निवेश करने के लिए हमारे साथ साझेदारी की और मेरे सपने को साकार किया। हमारी योजना है कि इस फ़ंड को हम अगले 8 महीनों में पूरी तरह से इस्तेमाल कर लेंगे तथा इससे हमें और अधिक तेज़ी से आगे बढ़ने में मदद मिलेगी, जिससे फिर हम पूरे भारत के शहरी, टियर 2 व 3 शहरों में दवाओं की कमी की समस्या को हल करने की दिशा में कुछ बेहतर कर सकेंगे। हमें देशभर में अपने ग्राहकों की सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है और अगले 8 से 12 महीनों में हमने एक सीरीज़ A राउंड करने का लक्ष्य रखा है।“   

इस फ़ंडिंग के बारे में बियोंड नेक्स्ट वेंचर्स के सीईओ, मिस्टर सुयोशी इतो ने बताया कि, “बियोंड नेक्स्ट वेंचर में हम सभी एक निवेशक के तौर पर जेनेरिक आधार के साथ जुड़ने को लेकर काफ़ी उत्साहित हैं। अर्जुन देशपांडे जैसे उत्साही युवा लीडर की अगुवाई में कंपनी द्वारा बनाए गए इनोवेटिव बिज़नेस मॉडल से भारतीय फ़ार्मा उद्योग में क्रांतिकारी बदलाव हुए हैं। साथ ही श्री रतन टाटा द्वारा समर्थित होना अपने आप में ही संस्थापक व इस वेंचर के प्रति भरोसे और सामर्थ्य को बयान करता है। जेनेरिक आधार में किया गया हमारा निवेश, भारत में अस्थिर व ग्रोथ सेक्टर की मदद करने की हमारी सोच के अनुकूल है।“   

अर्जुन के सफ़र की शुरुआत 16 वर्ष की उम्र में हुई जब उन्होंने एक बुज़ुर्ग नागरिक को एक दवा की दुकान पर उधार पर अपनी कैंसर से जूझती हुई पत्नी के लिए दवा मांगते हुए देखा। चूंकि उन बुज़ुर्ग व्यक्ति के पास इन महंगी दवाओं को लेने के लिए पैसे नहीं थे इसलिए वे उन्हें उधार पर मांगने की गुहार लगा रहे थे। वित्तीय रूप से असमर्थ इस व्यक्ति के दुःख से प्रभावित होकर अर्जुन ने इस दिशा में कदम बढ़ाने का निश्चय कर लिया और इस तरह से जेनेरिक आधार के उनके सफ़र की शुरुआत एक सपने और अपने मिशन को पूरा करने के उत्साह के साथ हुई।   

यह समझने के बाद, कि 60% भारतीय अपनी रोज़मर्रा की दवाओं का खर्च इसलिए नहीं उठा सकते कि उन्हें फ़ार्मा ब्रांडों से जेनेरिक दवाएँ खरीदने के लिए अतिरिक्त पैसे देने पड़ते हैं, अर्जुन ने जेनेरिक आधार की शुरुआत एक ऐसे स्टोर के रूप में की जो सब्सिडी-युक्त कीमतों पर दवाएँ बेचने के लिए ढेरों फ़ार्मा स्टोर्स के साथ मिलकर B2B और B2C फ़्रैंचाईज़ी मॉडल पर काम करता है। ग्राहकों को दवाओं पर करीब 80% तक की छूट मिल जाती है और यह सभी दवाएँ WHO-GMP सुविधा केन्द्रों से होती हैं।  

एकल मेडिकल स्टोर्स व रीटेलरों के साथ गठजोड़ करके जेनेरिक आधार ने 150 शहरों में अपनी पैठ बना ली है। फ़ार्मेसी-एग्रीगेटर मॉडल के तहत ब्रांडों के बजाय विनिर्माताओं से दवाएँ लेकर रीटेलरों तक पहुंचाई जाती हैं। इससे बिचौलियों का एक चरण कम हो जाता है और इन दवाओं की कीमत नीचे आ जाती है। इस फ़्रैंचाईज़ी मॉडल के ज़रिए जेनेरिक आधार न केवल रोज़गार उत्पन्न कर रही है बल्कि ढेरों सूक्ष्म उद्यमियों को भी आगे आने के मौके दे रही है। देशभर में कंपनी ने अब तक 1500 से भी अधिक सूक्ष्म उद्यमी और 8000 से भी अधिक प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष रोज़गार के अवसर पैदा किए हैं।    

अधिक जानकारी के लिए कृपया विज़िट करें : www.genericaadhaar.com

No comments